Why Rich People Getting Richer and Poor Getting Poor..?

Why Rich People Getting Richer and Poor Getting Poor..?


Hello दोस्तों,

 आजका Heading आपने शायद किसी ना किसीसे कहते वक्त सुना होगा या फिर कही पढ़ा होगा,या शायद आपने खुद ही कई बार ये जरूर बोला होगा की, Rich People Getting Richer And Poor Getting Poor..!!



  दोस्तों हर आदमी को लगता है की वो अमीर बने पर कुछ ही लोग अमीर बन पाते है और बाकी बहोत से लोगो का सिर्फ अमीर बनने का सपना ही रह जाता है. कभी आपने ये सोचा है कि ऐसा क्यों होता है.?
  दोस्तों आजके टॉपिक का Heading जो है उसके बारे मे मैं ये कहना चाहूंगा की, Why Rich People Getting Richer But Poor people Not. क्यों कि अमीर लोग और अमीर तो हो रहे है पर गरीब लोग अमीर नही बन पा रहे है. 
  पैसे के बारे में अमीर लोग अपने बच्चो को ऐसा क्या सिखाते हैं, जो मीडल क्लास और गरीब लोग नही सिखा पाते. पैसे को किस तरह कमाया जाए और किस तरह खर्च किया जाए ये हमे School और Collage में नही सिखाया जाता.
 इस टॉपिक में हम यही जानेंगे की ऐसी कोनसी बाते है जिससे अमीर लोग और अमीर होते है और गरीब / मीडल क्लास लोग अमीर नही बन पाते.

  • मीडल क्लास और गरीब लोग सिर्फ पैसे के लिए काम करते है.


  दोस्तो अगर देखा जाए तो गरीब और मीडल क्लास लोग पैसे के लिए काम करते है पर अमीर लोगो के लिए पैसा काम करता है.
 पैसे की बात आती है तो ज्यादातर लोग सुरक्षित रास्ता खोजते है, क्योंकि पैसो को लेकर ये लोग यही सोचते है कि हमारी मेहनत की कमाई कही डूब ना जाये.

 ज्यादातर लोग अमीर बनने के बारे सिर्फ सोचते रहते है, पर करते कुछ भी नही. उन्हें ऐसा लगता है कि अच्छी आमदनी वाली जॉब मिल जाए तो अमीर बन पाएंगे पर ऐसा कुछ भी नहीं होता, और ऐसे लोगों के ज्यादातर जिंदगी के साल सिर्फ पैसों के लिए काम करने की सोच में निकल जाते हैं.
  गरीबी या पैसे के तंगी का खास कारण अज्ञान होता है, न की अर्थव्यवस्था,सरकार या अमीर लोग. ये खुद का ओढा हुआ डर और अज्ञान होता है, इसीलिए धन के बारे मे शिक्षा बहोत जरूरी है जो की हमे स्कूल, कॉलेज में नही सिखाई जाती.


 ज्यादातर लोगों की एक समस्या होती है और वो ये की महीने के आखिर में चुकाए जानेवाले बिल. क्योंकि ये लोग वही करते रहते है जो इनके माता पिता करते आये है. ऐसे लोग ये भी नही सोचते कि क्या सच मे कोई और तरीका है जिससे पैसे को बढ़ाया जा सके. 
  बहोत सारे मौके इन लोगो के नाक के नीचे होते है पर ज्यादा तर लोग इन्हें नही देख पाते. इसका कारण यह है कि ये पैसे और सुरक्षा ढूंढते रहते है..।

  • पैसे की समझ क्यों सिखानी जानी चाहिए.?



  दोस्तों जब पैसे कमाने की बात आती है तो हम सबके दिमाग में यह सवाल उठते रहते हैं कि पैसे कमाने की शुरुआत कहां से और कैसे की जाए..? ज्यादातर लोग जिंदगी भर ये नही समझ पाते हैं की, असल बात यह नहीं है कि आप कितना पैसा कमा पाते हैं, बल्कि बात यह है कि आप कितना पैसा रख पाते हैं. आपने ऐसे लोगों के उदाहरण तो बहुत सुने होंगे कि इन्हें लॉटरी से या किसी प्रोग्राम से बहुत सारे पैसे मिल जाते हैं पर कुछ दिन बाद फिर से पैसों के लिए काम करना पड़ता है. इसलिए दोस्तों पैसे कमाने से भी ज्यादा महत्वपूर्ण बात यह है कि आप कमाए हुए पैसे को किस तरह रखते हो.

  दोस्तों अमीर बनने का सबसे महत्वपूर्ण नियम यह है कि, आपको संपत्ति यानी Assets और दायित्व यानी कि Liabilities का अंतर पता होना चाहिए, और हमेशा संपत्ति ही खरीदनी चाहिए. अमीर बनने के लिए यही एक सबसे महत्वपूर्ण नियम है जिसकी वजह से अमीर लोग और अमीर होते जा रहे हैं.
  ज्यादातर लोग पैसों की समस्या में इसलिए उलझे रहते हैं क्योंकि उनको यह पता ही नहीं होता कि संपत्ति और दायित्व का अंतर क्या होता है. गरीब और मीडल क्लास लोग अपने दायित्व को ही संपत्ति मानते हैं इसलिए जिंदगी भर पैसों की तंगी को सहना पड़ता है.
 संपत्ति और दायित्व का अंतर अगर बताना चाहूं तो इस प्रकार हैं
=> संपत्ति वह चीज है जो आपके जेब में पैसे डालती है.
और
=> दायित्व वह चीज है जो आपके जेब से पैसे निकालती है.

 लेखक के अनुसार पैसे की समझ मतलब:-

पैसा एक बार कमाने के बाद उसका क्या किया जाए.
इसे अपने पास कितने लंबे समय तक रोका जाए.
और अपने पैसे से कड़ी मेहनत कैसे करवाई जाए.

  • अपने काम से काम रखो.



  लोगो को जिंदगी में पैसो की तंगी इसलिए आती है क्योंकि वो सारी जिंदगी दुसरो के लिए काम करते है. मैंने मेरे पिछले एक पोस्ट में भी कहा था (Why Toppers Work For Failure People..?) कि हमारी Education System भी युवाओ में Academic knowledge विकसित करके उन्हें नौकरी के लिए तैयार करता है.

  आर्थिक रूप से सुरक्षित रहने के लिए अपने काम से काम रखने की जरूरत है. अगर आप नौकरी करते है तो भी आप छोटे स्तर पर संपत्ति खरीदना शुरू कर दे. लेकिन ऐसे दायित्व या व्यक्तिगत चीजो से बचे जिससे खरीदने के बाद उसकी किमत घर लाने पर काम हो जाये.
 उदाहरण-  आप एक नई कार खरीदकर घर लाते है तो उसकी 25% कीमत कम हो जाती है, ये सच्ची संपत्ति नही है.

 युवाओ के लिए यही सही की अपने खर्च कम कर ले, अपने दायित्व को घटाले और अपने संपत्ति को बढ़ाना शुरू करे. उन युवाओं को जिन्होंने अभी तक घर नही छोड़ा है उन्हें संपत्ति और दायित्व का अंतर सीखना चाहिए.
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 अब आपके मन में ये आ रहा होगा कि घर, कार, फर्नीचर etc. ये संपत्ति नही है तो आखिर सच्ची संपत्ति क्या है..?
  लेखक के अनुसार एक छोटीसी लिस्ट आपको बताना चाहूंगा कि दुनिया मे असली संपत्ति होती क्या है..?

  1.  ऐसे बिजनेस जहा आपके होने की जरूरत ना हो, आप उनके मालिक जरूर हो पर उन्हें दूसरे लोग चलाते हो, अगर आपको वहा काम करना पड़े तो वो बिजनेस नही होगा, वो सिर्फ आपकी नौकरी होगी.
  2.  स्टॉक-यानी कुछ अच्छे कंपनियों के शेयर.
  3.  बॉन्ड- शेयर खरीदकर आप कंपनी में हिस्सेदारी खरीदते है,और बॉन्ड खरदिकर इसे जारी करने वालो को आप एक तरह का उधार देते है. इस उधार के लिए बॉन्ड जारी करने वाला आपको ब्याज देता है,जिसे कूपन कहते है. जब भी सरकार या फिर किसी कंपनी को उधार की जरूरत होती है वह बॉन्ड जारी करता है, इस पर निवेशकों कोतय ब्याज दर की पेशकश की जाती है.
  4.  म्यूच्यूअल फण्ड- अगर आपको शेयर बाजार की ज्यादा समझ नही है,या आप इसमे लगाए गए पैसे की निगरानी के लिए वक्त नही निकल सकते, तो म्यूच्यूअल फण्ड बहोत अच्छा माध्यम है.
  5.  आमदनी देने वाला रियल एस्टेट यानी कोई दुकान या मकान,जिसे किराये पर दे कर पैसा बनाया जा सके.
  6.  किसी को ब्याज पर पैसा देना जिसे आपको पैसा मिलता रहे.
  7.  बौद्धिक संपदा जैसे आपकी लिखी कोई किताब, संगीत जिसका रॉयल्टी आपको मिलता रहे.
  8.  कुछ ऐसे चीजे जिसका मूल्य बढ़ जाता है, जैसे कि गोल्ड, जमीन etc. जो आपको आमदनी दे सके.

 दोस्तों अपने काम से काम रखने का मतलब यह है कि अपने संपत्ति को ऐसेही किसी माध्यम से बढ़ाते रहे.

  एक बात जो लेखक ने इस किताब में कही है वो यह है की, अमीर होना और अमीर दिखना ये दोनों अलग है.
 क्योंकि गरीब और मीडल क्लास लोग अमीर दिखने के लिए अपने दायित्व को बढ़ाते रहते है. मतलब ऐसे चीजे खरीदना जिसकी वजह से जेब से पैसा जाता रहता है.
 और जो लोग सच मे अमीर होते है वो अपने संपत्ति को बढ़ाते है. मतलब ऐसे चीजे खरीदना जिसकी वजह से पैसा जेब मे आता रहे.
(Another points will continue in next post.)
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 दोस्तों मैने आज जो टॉपिक लिया है वो दुनिया की सबसे लोकप्रिय किताब "Rich Dad Poor Dad" से लिया है, जिसके लेखक दुनिया के जाने माने आर्थिक सलाहकार मि. रोबर्ट कियोसकी है.

 टॉपिक अच्छा लगे तो कमेंट और शेयर जरूर करना, क्योंकि यह टॉपिक किसी के काम आ सके. Subscribe करना मत भूलना क्योंकि अगली बार जब में पोस्ट करु तो आपको जल्दी नोटिफिकेशन मिल सके.
 और हा आखिर में पोस्ट पढ़ने के लिए तह दिल से आपका शुक्रिया अदा करता हु..!

Thank You
जय हिंद.

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